सिर्फ रीपेमेंट हिस्ट्री नहीं, ये फैक्टर्स भी डालते हैं CIBIL Score पर असर, जान लेंगे तो आपका ही होगा फायदा
Written By: सुचिता मिश्रा
Wed, Oct 16, 2024 12:53 PM IST
लोन के मामले में सिबिल स्कोर कितना महत्वपूर्ण होता है ये बात सभी जानते हैं. सिबिल स्कोर अगर कम हो तो बैंक ग्राहक को लोन देने में हिचकिचाते हैं. अगर देते भी हैं तो उनकी ब्याज दर बहुत ज्यादा होती है. ऐसे में लोन के मामले में सिबिल स्कोर (CIBIL Score) को मेंटेन रखना बहुत जरूरी है. लेकिन इससे पहले ये समझना जरूरी है कि सिबिल स्कोर को कौन से फैक्टर्स प्रभावित करते हैं. आइए जानिए इसके बारे में-
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Repayment History
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Credit Utilization Ratio
आपके क्रेडिट कार्ड (Credit Card) की जो लिमिट है, उसमें से कितने फीसदी का आप इस्तेमाल करते हैं. आप जितना ज्यादा प्रतिशत अमाउंट इस्तेमाल करेंगे, उतना ही ज्यादा आपका CUR होगा. उदाहरण के लिए अगर आपके क्रेडिट कार्ड पर कुल क्रेडिट सीमा 100,000 रुपए है, लेकिन आपने 50,000 रुपए इसमें से खर्च किए हैं तो आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो 50% होगा. आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन 30% से ज्यादा नहीं होना चाहिए. अगर ये हमेशा इससे ज्यादा रहता है तो बैंक को मैसेज जाता है कि आपकी इनकम इतनी नहीं है जिससे आपकी जरूरतें पूरी हो सकें और इसके कारण आपकी निर्भरता क्रेडिट कार्ड पर ज्यादा है. इससे आपका क्रेडिट स्कोर बिगड़ सकता है.
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Credit Mix
आपके पास कितने सिक्योर्ड और अन-सिक्योर्ड लोन लोन हैं, उसका रेश्यो आपका क्रेडिट मिक्स होता है. आपको सिक्योर्ड और अन-सिक्योर्ड लोन में बैलेंस बनाकर रखना चाहिए. अगर आपके अन-सिक्योर्ड लोन ज़्यादा हैं, तो इसका सिबिल स्कोर पर नेगेटिव असर होता है क्योंकि बैंक को लगता है कि आपकी निर्भरता लोन पर बहुत ज्यादा है. ऐसे में स्कोर में कमी होने के संभावना होती है.
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Loan Settlement
अगर आपने कोई लोन लिया और उसे चुका नहीं पाए और छुटकारा पाने के लिए आपने लोन का सेटलमेंट कर दिया, तो ऐसे में आपके सिबिल स्कोर पर काफी बुरा असर पड़ता है. इसका कारण है कि लोन सेटलमेंट करने से लोन क्लोज नहीं होता, इसलिए लोन सेटलमेंट के बाद आपकी क्रेडिट हिस्ट्री में 'Settled' लिख दिया जाता है. इसका साफ मतलब होता है कि आपने जो लोन लिया था, उसे आप पूरी तरह से नहीं चुका पाए हैं.
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Credit Age
सिबिल के मामले में क्रेडिट ऐज भी मायने रखता है. ये आपके पहले क्रेडिट (क्रेडिट कार्ड या लोन) की तारीख से गिना जाता है. आपकी क्रेडिट ऐज जितनी ज्यादा होगी, आपके स्कोर के लिए ये उतना ही बेहतर होगा. 3 साल या उससे ज्यादा पुराने क्रेडिट खाते वाले व्यक्ति को बाजार में तुलनात्मक रूप में अधिक पसंद किया जाएगा.
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Hard Enquiry
जब आप लोन के लिए किसी बैंक में अप्लाई करते हैं तो बैंक या अन्य लोन संस्थान क्रेडिट ब्यूरो से आपकी क्रेडिट रिपोर्ट लेते हैं. इसे हार्ड इन्क्वायरी कहा जाता है. अगर आप कम समय में कई बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो आपके लिए की गई हार्ड-इन्क्वायरी की संख्या बढ़ जाती है. ऐसे में आपका सिबिल स्कोर कम हो सकता है.
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